दीप जोशी को रेमन मैगसेसे पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार के समकक्ष एशिया का रेमन मैगसेसे पुरस्कार माना जाता है जो प्रतिवर्ष दिया जाता है। यह पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाता है। २००९ का यह पुरस्कार पाँच विशेषज्ञों को दिया गया है जो अपन-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किया है। इनमें भारत के श्री दीप जोशी हैं जिन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के उत्थान के लिए कार्य किया है।
श्री जोशी मासुशेट्स इन्स्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलोजी [MIT] से इंजनीयरिंग की मास्टर डिग्री प्राप्त करने के बाद भारत में ग्रामीण आबादी के विकार और जनता को बेहतर जीवन देने के इरादे से सेवारत रहे। उन्होंने १९ वर्षों से उत्तरांचल के पिथौरागढ़ के ग्रामीण जीवन के सुधारों में योगदान दिया।
तीस वर्ष के अपने अनुभव बाँटते हुए वे बताते हैं कि हमेशा से यह महसूस करते रहे हैं कि समाज को उसका दिया वापस लौटाने की ज़रूरत है। इसलिए वे गैर-सरकारी संगठन ‘प्रदान’ के सहसंस्थापक बने। यह संगठन स्थानीय तौर पर उपयुक्त आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा कई राज्यों में ग्रामीण जनता के जीवन स्तर को सुधारने की प्रणालियाँ लाहू करने के क्षेत्र में कार्य करते रहे। उनका मानना है कि "हमें ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को शिक्षित करने और वहां काम करने की ज़रूरत है। हमें वहाँ के उन लोगों की देखभाल करने की भी ज़रूरत है जो बदलाव लाना चाहते हैं।"
श्री दीप जोशी अब ‘प्रदान’ से सेवानिवृत्त हो चुके हैं और इस संगठन के लिए बतौर परामर्शदाता काम कर रहे हैं। मनिला में इस पुरस्कार की घोषणा की प्रतिक्रिया करते हुए वे कहते हैं कि "यह किसी व्यक्ति के लिए नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण आबादी के विकास के विचार यानी भारत की ग्रामीण जनता को बेहत्तर जीवन देने के दृष्टिकोण के लिए है।"
3 टिप्पणियां:
बहुत अच्छी जानकारी दी,
शुक्रिया !
आपका प्रोफ़ाइल लिंक नहीं खुलता है ! क्या जानबूझकर बंद किया गया है ?
इस जानकारी के लिए धन्यवाद।
विवेक भाई, प्रोफ़ाइल में क्या रखा है, वैसे खोल दिया है। ध्यान दिलाने के लिए आभार।
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