शनिवार, 11 जुलाई 2009

भारत माता की जय

भारत माता की जय बोलना मना है!!

बिहार विधन सभा में उस समय हंगामा हुआ जब विधायक बुज़ुर्ग सत्यदेव नारायण आर्य ने ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने पर राजद के कुछ सांसदों ने आपत्ति जताई।  राजद सांसद ने इसे सांप्रदायिक मसला बता सभापति से इसे कार्यवाही से बाहर निकालने की मांग की।  आसन पर बैठे सभापति महेश्वर सिंह ने राजद सदस्यों की आपत्ति पर इसे सदन की कार्यवाही से बाहर निकाल दिया।
क्या अब ‘भारत माता की जय’ के नारे को भी निषेध करार किया जाएगा????

6 टिप्‍पणियां:

कुश ने कहा…

ओ रे बिस्मिल काश आते आज तुम हिन्दोस्तां
देखते क़ी मुल्क सारा क्या टशन, क्या थ्रिल में है..

सरफरोशी क़ी तमन्ना अब हमारे दिल मे है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-कातिल मे है

Shiv ने कहा…

निषेध से क्या होता है जी?

देखिये जी गुजरात में मद्यपान निषेध है. लेकिन वहां लोग पीकर खबर बन गए कि नहीं? अब निषेधआज्ञा आने दीजिये, उसके बाद देखिये कि भारतमाता की जय-जयकार कैसे होती है. हम निषेध करने तक वेट करने के आदी है.

जहाँ तक विधानसभा में निषेध करने की बात है तो फिर यही कहेंगे कि विधायक जी लोग भारतमाता की जय बोल भी देंगे तो झूठ-मूठ का जय बोलने से क्या फायदा?

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

अफसोस!!
जिस भारतमाता को स्वतन्त्र कराने के लिए लाखों लोगों ने अपना जीवन बलिदान कर दिया। उसकी जय बोलने पर भी प्रतिबन्ध।
शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण घटना।

प्रशांत गुप्ता ने कहा…

kya yai azad bharat hai , vandematram kai bad ab bharat mata bhi sampradaik , dhany hai hamarai naita

ओम आर्य ने कहा…

afasos hai ..................par kya kahe ..........prajatantra ka uchh alag hi matalab lagaya ja raha hai ........

विवेक सिंह ने कहा…

सामने वाला भारी पड़ता दिखे तो उसे साम्प्रदायिक बताकर अपना पक्ष मजबूत करना आजकल आम बात है !