कलम
‘मेरी दीवानगी पर होशवाले बहस फ़रमायें’
रविवार, 26 फ़रवरी 2012
अवकाश
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आदरणीय ब्लागर मित्रो, अस्वस्थ होने के कारण शायद अंतरजाल पर न आ पाऊँ । इसलिए कुछ समय के लिए शायद आप से भेंट न हो। स्वास्थ लाभ करके पुनः आ...
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बुधवार, 22 फ़रवरी 2012
कुछ उजाले, कुछ अँधेरे
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कुछ उजाले, कुछ अंधेरे बैकुंठ नाथ पेशे से वास्तुविद भले ही हों, पर हृदय से एक रचनाकार हैं जिनकी अब तक सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं ज...
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रविवार, 19 फ़रवरी 2012
एक खयाल
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बड़ा सदियों पहले कबीरदास का कहा दोहा आज सुबह से मेरे मस्तिष्क में घूम रहा था तो सोचा कि इसे ही लेखन का विषय क्यों न बनाया जाय। कबीर का व...
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गुरुवार, 16 फ़रवरी 2012
मजाज़ की कविता
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गुरुदयाल अग्रवाल के माध्यम से कई दिनों बाद गुरुदयाल अग्रवाल जी की कविता आई... मेरा मतलब है उनके द्वारा चयनित कविता, जिसकी भूमिका भी उन्ह...
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सोमवार, 13 फ़रवरी 2012
गंभीरता से न लें
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आग आज के समाचार पत्र में पढ़ा कि नगर के सितारा होटल में आग लग गई। उसी के निकट एक मित्र का घर है, तो चिंता हुई कि हालचाल पूछ लें। फ़ोन...
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