tag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post7651560251944251567..comments2024-03-17T19:07:52.863+05:30Comments on कलम: मजाज़ की कविताचंद्रमौलेश्वर प्रसादhttp://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-65046276865618316132012-02-20T10:50:07.404+05:302012-02-20T10:50:07.404+05:30आपकी पोस्ट आज की ब्लोगर्स मीट वीकली (३१) में शामिल...आपकी पोस्ट आज की ब्लोगर्स मीट वीकली (३१) में शामिल की गई है/आप आइये और अपने विचारों से हमें अवगत करिए /आप इसी तरह लगन और मेहनत से हिंदी भाषा की सेवा करते रहें यही कामना है /आभार /prerna argalhttps://www.blogger.com/profile/11905363361845183539noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-18339899238686386912012-02-19T19:53:15.198+05:302012-02-19T19:53:15.198+05:30चाँद का टुकड़ा, फूल की डाली
...चाँद का टुकड़ा, फूल की डाली <br /> कमसिन, सीधी भोली भाली <br /> कान में चांदी की बाली है <br /> हाथ में पीतल की थाली है <br /><br /> wah bahut khoob ...sadar badhai.Naveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-781429428687498602012-02-19T18:09:37.839+05:302012-02-19T18:09:37.839+05:30मज़ाज़ की पंक्तियां यूं ही फुटकर में पढ़ी हैं। बावजूद...मज़ाज़ की पंक्तियां यूं ही फुटकर में पढ़ी हैं। बावजूद इसके कि वे पीते बहुत थे, लिखते बहुत ही उम्दा थे!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-53408690296101747232012-02-19T11:44:38.274+05:302012-02-19T11:44:38.274+05:30मजाज साहब ने साफगोई से सच्ची और गहरी बात कही है पर...मजाज साहब ने साफगोई से सच्ची और गहरी बात कही है पर कट्टरता के लिए कुछ अपनी बात भी कहते मतलब धर्म निरपेक्ष होकर तो ज्यादा ईमानदार प्रयास होता..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-44798905850300985632012-02-19T09:36:43.919+05:302012-02-19T09:36:43.919+05:30कविता जितनी सरल दिख रही है उसके विपरीत उतने ही ग...कविता जितनी सरल दिख रही है उसके विपरीत उतने ही गंभीर विचारों को समेटे हुए है. मजाज साहब को बधाई और आपका आभार इसे पढवाने के लिये.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-7138459594327503452012-02-17T22:46:43.587+05:302012-02-17T22:46:43.587+05:30वाह, बहुत सुंदर प्रस्तुति । मेरे पोस्ट पर आपका स्व...वाह, बहुत सुंदर प्रस्तुति । मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है ।..प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-49271505516787916462012-02-17T18:07:52.639+05:302012-02-17T18:07:52.639+05:30सुन्दर , सरल शब्दों में अत्यंत सूक्षम निरिक्षण ।सुन्दर , सरल शब्दों में अत्यंत सूक्षम निरिक्षण ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-47268356426608634442012-02-17T09:41:20.157+05:302012-02-17T09:41:20.157+05:30वाकई एक बहुत ख़ूबसूरत सी रचना बनाई है, उन्हें बधाई ...वाकई एक बहुत ख़ूबसूरत सी रचना बनाई है, उन्हें बधाई !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-18949920181149188862012-02-17T08:12:49.472+05:302012-02-17T08:12:49.472+05:30वाह
ऐसा लिखने के लिए दिल नहीं, दिल की जगह फूल चाह...वाह <br />ऐसा लिखने के लिए दिल नहीं, दिल की जगह फूल चाहिए...Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-50386193840161042022012-02-17T07:33:48.754+05:302012-02-17T07:33:48.754+05:30हंसना रोना उसका मजहब
उसको प...हंसना रोना उसका मजहब <br /> उसको पूजा से क्या मतलब <br /> खुद तो आई है मन्दिर में <br /> मन उसका है गुडिया-घर में <br /> bahut sundar achhi post .....Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-2362814224504050512012-02-17T07:19:16.668+05:302012-02-17T07:19:16.668+05:30हंसना रोना उसका मजहब
उसको प...हंसना रोना उसका मजहब <br /> उसको पूजा से क्या मतलब <br /> खुद तो आई है मन्दिर में <br /> मन उसका है गुडिया-घर में .waah....Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-61434681743545920302012-02-17T00:49:19.126+05:302012-02-17T00:49:19.126+05:30बाल सुलभ से भाव...पर कितनी गहरी बात , आभार इसे पढ...बाल सुलभ से भाव...पर कितनी गहरी बात , आभार इसे पढवाने का..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-3358377645943972232012-02-16T22:28:40.692+05:302012-02-16T22:28:40.692+05:30वाह बहुत खूब..वाह बहुत खूब..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2812607268812599233.post-81880777828423942202012-02-16T21:07:55.990+05:302012-02-16T21:07:55.990+05:30हंसना रोना उसका मजहब
उसको पूजा से क्या मतलब
खुद ...हंसना रोना उसका मजहब <br />उसको पूजा से क्या मतलब <br />खुद तो आई है मन्दिर में <br />मन उसका है गुडिया-घर में <br /><br />सम्वेंदना को बहुत मार्मिक शब्दों के माध्यम से अभिव्यक्त किया है ...!केवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.com